घर बनाने वालों के लिए खुशखबरी, मांग में तेजी फिर भी 10-12 रुपये सस्ता होगा सीमेंट
Cement Price Latest Update
नई दिल्ली: Cement Price Latest Update: घर बनवाने वालों के लिए एक खुशखबरी सामने आ रही है। पिछले चार वर्षों में 4 प्रतिशत कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट दर्ज करने के बाद, सीमेंट कंपनियां बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण ज्यादा मांग के बावजूद चालू वित्त वर्ष में कीमतों में 1-3 प्रतिशत की मामूली कटौती कर सकती हैं।
खुदरा कीमतों में हो सकती है कटौती (Retail prices may be cut)
क्रिसिल रेटिंग्स द्वारा मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक इस कंपनी द्वारा इस कटौती से खुदरा कीमतों में कटौती करने में मदद मिलेगी। आपको बता दें कि पिछले वित्त वर्ष में सीमेंट की कीमत 391 रुपये प्रति 50 किलोग्राम बढ़कर अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी।
इस वजह से बढ़े थे सीमेंट के दाम (Due to this the prices of cement were increased)
क्रिसिल के रिपोर्ट के मुताबिक सीमेंट के दामों में रिकॉर्ड वृद्धि कोविड महामारी के कारण हुए नुकसान के कारण हुई थी। कोविड के बाद फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण से इनपुट लागतों में तेज वृद्धि, विशेष रूप से थर्मल कोयले में वृद्धि के कारण कीमतों में उछाल आया था।
दम कम होना लगभग तय (almost certain to faint)
रिपोर्ट के मुताबिक अब प्रतिस्पर्धा बढ़ने और इनपुट लागत में नरमी के कारण अब दाम घट सकते हैं। खुदरा कीमतों में 1-3 प्रतिशत की गिरावट का लगभग तय माना जा रहा है। इसके अलावा ऊर्जा लागत में धीरे-धीरे नरमी के कारण 2023 की शुरुआत से ही कीमतों में कमी आई है।
अंतर्राष्ट्रीय पेट-कोक की कीमतों में भी गिरावट (International Pet-coke prices also fall)
अंतराष्ट्रीय पेट-कोक की कीमतों में वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही की शुरुआत में कमी आई है और कच्चे तेल की कीमतों के साथ वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में साल-दर-साल 13 प्रतिशत की गिरावट आई है जिसका असर घरेलू पेट-कोक की कीमतों पर भी हुआ है।
इसके अलावा, मार्च 2023 की तुलना में मई में घरेलू पेट-कोक की कीमतों में 17 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय पेट-कोक में 23 प्रतिशत और ऑस्ट्रेलियाई कोयले की कीमतों में 14 प्रतिशत की गिरावट आई है।
क्या है पेट-कोक? (What is Pet-Coke?)
पेट-कोक एक क्रूड डेरिवेटिव और सीमेंट उत्पादन में एक प्रमुख इनपुट है जिसकी कीमतों में गिरवाट आने की उम्मीद है, क्योंकि कच्चे तेल की कीमतें अप्रैल और मई के बीच साल-दर-साल 27 फीसदी गिर गई थीं और आपूर्ति की स्थिति में सुधार के कारण और गिरावट आने की उम्मीद है।
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